भगवद गीता के श्लोक अब उर्दू में
एक नये इतिहास की रचना…
श्रीमद् भगवद्गीता के श्लोक अब उर्दू ज़बान में एक सीडी के रूप में जल्दी ही आपके सामने प्रस्तुत होंगे ।
भगवद्गीता के 18 अध्यायों के 700 श्लोकों को मशहूर साहित्यकार अनवर जलालपुरी द्वारा 1761 शेरों में पिरोया गया है तथा पद्म श्री अनूप जलोटा द्वारा गाया गया है । इस संगीतमय भगवद्गीता के लिए संगीत मशहूर संगीतकार विवेक प्रकाश ने दिया है । विवेक प्रकाश के लिए यह एक बहुत ही अच्छा अनुभाव रहा | उन्होंने कहा यूँ तो उन्होंने भगवद्गीता को पहले भी हिंदी भाषा में कम्पोज़ और रिकार्ड करके एक सीडी के रूप में प्रकाशित किया था पर इस उर्दू ज़बान में भगवद्गीता के लिए म्यूजिक कंपोज़ करने के बाद जैसे उनका जीवन और गीता के प्रति पूरा नज़रिया ही बदल गया । विवेक प्रकाश का ये भी कहना है की इसका कम्पोजीशन करने में उन्हें बहुत मज़ा आया और एक ही तरह के छंद में लिखी हुई इस पूरी किताब को अलग अलग धुनों में बाँधना एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण तजुरबा रहा । अब तक मुंबई में इसकी 80 फीसदी रिकार्डिंग पूरी हो गयी है |
अक्टूबर में इस भगवद्गीता का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी से कराने का प्रयास किया जा रहा है जिसके लिए श्री अनूप जलोटा प्रयासरत हैं | इसका निर्माण हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल और डॉ श्रीमती रूपल अग्रवाल की देखरेख में और उनके सहयोग से सफलता पूर्वक किया जा रहा है ।
जलालपुरी एक जाने माने कवि, अंग्रेज़ी के प्रवक्ता और शिक्षा के क्षेत्र में अपने योगदान के लिए जाने जाते हैं । फिल्म ‘’डेढ़ इश्किया और फिल्म ” अकबर द ग्रेट” जैसे धारावाहिक को भी लिखा । भगवद्गीता के प्रति उनका असीम प्रेम है और आज 35 वर्षों के बाद उनकी मेहनत रंग लाई | ये सफ़र हालाँकि आसान बिलकुल नहीं था | भगवद्गीता को गहराई से समझने के लिए इन्होंने रामपुर से कलकत्ता, हैदराबाद तक का सफ़र तय किया और अब ये सांगीतिक रूप ले लेगी!
हेल्प U एजुकेशन & चेरिटबल ट्रस्ट के सहयोग से उर्दू भगवद्गीता की सीडी बनाने का ये नायाब काम किया जा रहा है | आज जब लोगों के पास किताबें पढ़ने का वक्त नहीं है लेकिन लोग कम समय में ज्यादा से ज्यादा अच्छी बातें जानना चाहते हैं, इसके लिए ये सीडी एक अच्छा माध्यम है ।
गीतकार और अनुवादक – अनवर जलालपुरी
संगीतकार – विवेक प्रकाश
गायक – पद्मश्री अनूप जलोटा
संकल्पना एवं निर्माता – श्री हर्ष वर्धन अग्रवाल एवं डॉक्टर श्रीमति रूपल अग्रवाल